अन्तराय कर्म के आस्रव Causes of Influx of Obstructive Karma

 

 

– दान में विध्न Obstructing Charity

– लाभ में विध्न Obstructing benefits

– भोग में विध्न obstructing enjoying non-consumption items

– उपभोग में विध्न obstructing in enjoyment of consumable items

– वीर्य में विध्न Obstructing energy

 

 

विध्नकरणमन्तरायस्य॥२७॥

 

विध्न करे जो दान में, लाभ भोग उपभोग।
बस में भी बाधा करे, अन्तराय का योग॥६.२७.२३६॥

 

दान, लाभ, भोग, उपभोग और वीर्य में विध्न डालने से अन्तराय कर्म का आस्रव होता है।

 

Laying the obstacles in charity, profitability, consumption, utilisation and potency leads to influx of obstructing karmas.