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भोगोपभोग परिमाण व्रत Consumption Limiting Vow
अक्षार्थानां परिसंख्यानं भोगोपभोगपरिमाणम्।
अर्थवतामप्यवधौ रागरतीनांतनूकृतये॥८२॥
इन्द्रिय विषय सीमा करे, भोगोपभोग परिमाण।
परिग्रह सीमा से कड़ी, राग नियंत्रण जाण ॥४.१६.८२॥
राग से होने वाली विषयों की लालसा को घटाने के लिए परिग्रह परिमाणव्रत में की हुई परिग्रह की मर्यादा में भी प्रयोजनभूत इन्द्रियों के विषयों का परिमाण करना भोगोपभोग परिमाण व्रत हैं।
Putting limitations within the limits allowed by parigrahparimanvrat with a view to reducing sense of attachment with the objects is called bhogopabhogparimanvrat.
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