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व्रती श्रावक Fasting Devotee

 

निरतिक्रमणमणुव्रत पंचकमपि शीलसप्तकं चापि।
धारयते नि:शल्यो योऽसौ व्रतिनां मतो व्रतिक:॥१३८॥RKS

 

पंच अणुव्रत पालन करे, श्रावक ना अतिचार।
शल्यरहित शीलव्रती, जिनवाणी में सार॥७.३.१३८॥

 

जो शल्यरहित, अतिचाररहित पाँच अणुव्रत व सात शीलव्रती हो वह व्रती श्रावक हैं।

 

Vrati Shravak is who has taken five anuvrat and seven sheelvrat and observes without obstacles and violations.

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