भावेन्द्रिय Sense as a Mode of Soul
– लब्धि capacity
– उपयोग Use
लब्ध्युपयोगौ भावेन्द्रियम्॥१८॥
भावेन्द्रि के दो भेद है, लब्धि और उपयोग।
लाभ को लब्धि कहते, आत्म ज्ञान उपयोग॥२.१८.५१॥
भावेन्द्रि के दो भेद है। लब्धि व उपयोग।
Psychic sense consist of 2 types. Attainment and consciousness.