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अपरिग्रह व्रत Vow of Non-Possessions

 

धनधान्यादिग्रन्थं, परिमाय ततोऽधिकेषु नि:स्पृहता।
परिमितपरिग्रह: स्यादिच्छापरिमाणनामापि॥६१॥

 

धनधान्य सीमित रखे, चाह अधिक नहीं जाण।
हर वस्तु सीमा बांधता, व्रत परिग्रहपरिमाण॥३.१५.६१॥RKS

 

धन धान्यादि को सीमित कर उनसे अधिक परिग्रह से इच्छारहित होना परिग्रहपरिमाण अणुव्रत है।

 

Possession limiting vow (parigrahaparimanvrat) is limiting possessions such as money, things etc and not keeping attachment with possessions.

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