उत्कृष्ट स्थिति Maximum Age

 

 

आदितस्तिसृणामन्तरायस्य च त्रिशंत्सागरोपमकोटीकोट्य: परा स्थिति:॥१४॥TS

 

ज्ञान दर्शन आवरण हो, वेदनीय अन्तराय।
तीस कोटि अधिकतम है, सागर में बस जाय॥८.१४.२८९॥

 

ज्ञानावरण, दर्शनावरण, वेदनीय (शुरु के तीन) और अन्तराय कर्म की उत्कृष्ट स्थिति तीस कोटि कोटि सागरोपम है।

 

Knowledge covering, faith covering, feeling producing and obstructive karma has maximum duration of thirty sagaropama kotakoti.

 

सप्ततिर्मोहनीयस्य॥१५॥TS

 

सत्तर कोटाकोटि है, सागर अटके जान।
मोहनीय से अधिकतम, बंध मिले पहचान॥८.१५.२९०॥

 

मोहनीय कर्म की उत्कृष्ट स्थिति सत्तर कोटाकोटि सागरोपम है।

 

Maximum Duration of deluding karma is seventy kotakoti sagaropam.

 

विशंतिर्नामगोत्रयो:॥१६॥TS

 

कोटाकोटी बीस है , सागर अटके जान।
नाम और गोत्र कर्म का, बंधन है पहचान॥८.१६.२९१॥

 

नाम और गोत्र कर्म की उत्कृष्ट स्थिति बीस कोटाकोटि सागरोपम है।

 

Maximum duration of name and status karma is twenty kotakoti sagaropam.

 

त्रयस्त्रिंशत्सागरोपमाणयायुष:॥१७॥TS

 

तैतीस कोटाकोटि है, सागर अटके जान।
आयु कर्म का अधिकतम, बंधन है पहचान॥८.१७.२९२॥

 

आयु कर्म की उत्कृष्ट स्थिति तैंतीस सागरोपम है।

 

Maximum duration of life determining karma is thirty three sagaropam.