नीचगोत्र कर्म के आस्रव के कारण Reasons of Lower Status Influx of Karma
– दूसरे की निन्दा Criticising others
– स्वप्रशंसा self praise
– दूसरे के प्रकट गुण छुपाना hiding qualities of others
– स्व के अप्रकट गुण बताना showing of qualities of self which doesn’t exists
परात्मनिन्दाप्रशंसे सदसद्गुणोच्छादनोद्भावने च नीचार्गोत्रस्य॥२५॥TS
परनिंदा स्व प्रशंसा, ‘पर’ गुण का न बखान।
गुण कहे जो है नहीं, नीच गोत्र हो जान॥६.२५.२३४॥
दूसरों की निन्दा, अपनी प्रशंसा, दूसरों के गुणों को ढंकना और अपने में जो गुण नहीं है उसको प्रकट करना ऐसे भावों से नीच गोत्र का आस्रव होता है।
Criticising others and praising self, concealing good qualities of others and highlighting good qualities which are absent in self, causes the influx of karmas which lead to lower status.