बहिरंग परिग्रह External Possession

 

बाहिरसंगा खेत्तं वत्थुं धणधण्ण-कुप्पभंडाणि।
दुपय-चउप्पय जाणाणि चेव सयणा-सणे य तहा।।५।।SSu

 

बाहर है घर खेत संग , वस्त्र पात्र  धनधान।
दास पशु संग यान  है, शय्या, आसन जान॥१.११..१४४॥

 

बाह्य परिग्रह दस प्रकार के है। भूमि, मकान, धनधान्य, वस्त्र, बर्तन, दासदासी, पशु, यान, शय्या, आसन।

 

The external possessions are ten: (1) Fields, (2) Houses, (3) Wealth and food-grains, (4) Stock of house-hold goods. (5) Utensils, (6) male or female slaves (7) Animals, (8) Vehicles, (9) Beddings and (10) Seats. (143-144)