धर्म्य ध्यान Virtuous Meditation
आज्ञापायविपाकसंस्थानविचयाय धर्म्यम्॥३६॥TS
विचार चार प्रकार का, होता धर्म्य ध्यान।
आज्ञा और अपाय भी, विपाक व संस्थान॥९.३६.३३७॥
धर्म्य ध्यान में निम्न ४ बातों का चिन्तवन करना:
- आज्ञाविचय
- अपायविचय
- विपाकविचय
- संस्थानविचय
Virtuous concentration is of 4 types:
- Concentrate as per scriptures
- Meditation on worldly troubles
- Analytical meditation on fruition
- Meditation on structure of universe